प्रेमी और प्रेमिका की प्यार भरी बातें …..
महावीर सांगलीकर
Love Talk
“अरे सुनो ना बेबी …..”
“बोलो जी “
“एक बात कहना चाहता था….”
“बोलो ना”
“कैसे कंहू … “
“जैसे कहना चाहता हो वैसे कहो “
“ठीक है. लेकिन तुम्हे गुस्सा तो नहीं आयेगा?”
“गुस्सा आनेवाली बात हो तो आयेगा गुस्सा! “
“वैसे गुस्सा आनेवाली बात नहीं है… “
“फिर कहो बिनधास्त! “
“नहीं, फिर भी कहने से डरता हूं”
“तुम मुझसे डरते हो? यकिन नहीं आता!”
“सच्ची! मैं हमेशा डरता हूं, तुमसे कुछ ख़ास कहने के पहले…….. कहीं यह बेबी गुस्सा तो नहीं करेगी!”
“ऐसी क्या खास बात है जो तुम कहना चाहते हो? “
“अच्छा वह जाने दो … तुम्हारा आज का दिन कैसा था?”
“अरे बाबा, टॉपिक को डायव्हर्ट मत करो……. ख़ास बात क्या कहना चाहते हो? बताओ मुझे”
“नहीं, आज रहने दो! कल बताऊंगा”
“नहीं! आज ही बताओं! अभी के अभी!”
“आज कुछ दूसरी बातें करेंगे… बिझनेस की”
“वह करेंगे… लेकिन पहले बताओ वह खास बात क्या है? वरना …. “
“वरना? वरना क्या “
“वरना मैं तुमसे बात नहीं करूंगी “
“अरे ऐसा मत कहो बेबी … “
“फिर बताओ मुझे… “
“ठीक है. बताता हूं “
“बताओं ना जल्दी …. बहुत टाइम पास करते हो. बी स्ट्रेट फॉरवर्ड “
“प्रॉमिस करो, गुस्सा नहीं करोगी “
“नहीं करूंगी! अब बताओ”
Love Talk
“बात यह है कि आय लव्ह यु डिअर…”
“तो इसमें क्या खास बात है? यह तो मैं पहले से ही जानती हूं “
“क्या? तुम जानती हो? मैंने तो पहले कभी आय लव्ह यु नहीं कहा”
“कहने की क्या जरुरत है? पता चला मुझे कभी का!”
“तो क्या तुम भी मुझसे प्यार करती हो?”
“नहीं नहीं….. बिलकुल नहीं”
“लेकिन मैं तो तुमसे प्यार करता हूं …..”
“तुम करो, मुझे अच्छा लगता है…. लेकिन मैं नहीं करूंगी तुमसे प्यार”
“मतलब यह वन वे ट्रॅफिक हो गया …..है ना?”
“हां, कुछ वैसाही समझ लेना”
“ठीक है….. लेकिन मुझे बताओ, तुम मेरी इतनी केअर क्यों करती हो?”
“करती हूं …. अच्छा लगता है मुझे केअर करने में “
“तो क्या तुम सब की केअर करती हो?”
“नहीं नहीं .. सबकी नहीं”
“अच्छा यह बताओ…. तुम रोज मुझे गुड मॉर्निंग मेसेज क्यों भेजती हो? वह भी सुबह 5-6 बजे.. आज कल जल्दी उठने लगी हो. “
“हां! उठने लगी हूं जल्दि ….. तुम्हे गुड गुड़ मॉर्निंग मेसेज भेजने के लिये ….. अच्छा लगता है मुझे! “
“और फिर वापस सो जाती हो! है ना?”
“अरे यह तुम्हे किसने बताया? “
“पता चलता है मुझे…. “
“तुम रात देर तक चॅटिंग करते हो ना मुझसे … तो नींद पूरी नहीं होती”
Love Talk
“अच्छा, यह बताओ किसी दिन मैंने तुम्हें गुड मॉर्निंग का जवाब नहीं दिया, फोन नहीं किया, एक दिनभर गायब हो गया तो तुम इतनी बेचैन क्यों हो जाती हो?”
“वह मै तुम्हारी केअर करती हूं ना इसलिए …”
“और मैंने तुम्हारा फोन नहीं उठाया तो तुम्हें इतना गुस्सा क्यों आता है?”
“…… “
“अच्छा और एक बात बताओ …… जब भी मैं बुलाऊ तब तुम मुझसे मिलने चली क्यों आती हो?”
“अच्छा लगता है मुझे तुमसे मिलकर”
“और जब भी हम मिलते है तो दोनों की सेल्फी क्यों निकालती हो?……. और वह भी मुझसे चिपक कर!”
“मैं कहां चिपकती हूं ……. तुम ही चिपकते हो मुझसे ……”
“और आज तो मुझे एकदम चिपक कर बैठी हो”
“मैं कहां चिपक कर बैठी हूं … तुम ही चिपक के बैठे हो” …
“सरको उधर….”
“मैं नहीं सरकुंगी…. तुम सरको उधर”
“मैं भी नहीं सरकुंगा’
“सरको उधर… नहीं तो मैं और चिपक जाउंगी….”
“और तुम अपनी खास सहेलियों से मेरे बारे में बोलती रहती हो… कि मैं कितना प्यार करता हूं तुमसे…. “
“…….. “
“और वह तुम्हारी वह दोस्त …… क्या नाम है उसका…… हां याद आया ….. सीमा “
“वह मेरी दोस्त नहीं है…. तुम्हारी होगी…. लेकिन उसका क्या? “
“अरे वह बोल रही थी…. की मैं तुम्हारी तरह उसको भी मोटिव्हेट करुं”
“हॅलो मिस्टर ……. एक तो मुझे मोटिव्हेट करो या फिर उसको…. और उसे मोटिव्हेट करोगे तो मैं तुमसे बात नहीं करूंगी”
“अरे तुमको गुस्सा कायकू आता है?”
“वह अच्छी लड़की नहीं है.. तुम उससे दूर ही रहना……. और उसे भी बोलना तुमसे दूर रहने के लिए “
“ओके बेबी ……. मैं उसे मेरे आसपास भटकने नहीं दूंगा “
“और ना कभी उसे फोन करना, और ना ही उसका फोन उठाना……. और उसको मेसेज नहीं भेजना”
“जी मैडम… जैसी आपकी आज्ञा….. “
“मेरी आज्ञा का पालन करो, तुम्हारा भला होगा”
“करुंगा….. लेकिन एक बताओ, इन सारी बातों से पता चलता है ना की तुम भी मुझसे प्यार करती हो! “
“मेरे मुंह से बुलवावोगे क्या?”
“हां … बोलो ना”
“नहीं…. बिलकुल नहीं ….. मैं तुमसे प्यार नहीं करती”
“ठीक है, कहने की जरुरत नहीं है…. मैं समझ गया हूं “
“चलो मैं चलती हूं अब…. “
“चलो बाय.. टेक केअर “
“यू टू टेक केअर, बाय!”
Love Talk
वाचण्यासारखं आणखी काही …..
Marathi Short Story : अनबिलिव्हेबल दिशा…..
अंकशास्त्रानुसार मार्गदर्शन मिळवा आणि विनाअडथळा यशस्वी व्हा!
छान संवाद… साध्या सरळ व सोप्या भाषेत मनाला भावणारा..